जीविका के लिए उत्तरांचल छोड़कर जो लोग शहरों में बस गए हैं, उन्हें हम उत्तराखंड लोक सस्कृति के माधयम से उत्तराखंड के समस्त परम्पराओ के साथ जोड़कर रखते है यही परम्पराएं अपनी जड़ों से जोड़ने का काम करती हैं साथ ही साथ उत्तरांचल वासी होने का एहसास उनमें सदा जीवंत रहता है। यही हमारा प्रयास है की हम उत्तराखंड वासियो को अपने साथ जोड़ कर रखें जय उत्तराखंड
Tuesday 9 December 2014
Mulmul Ke Ko Hesni Che (Geet Ganga- 32 Non Stop) - Uttrakhandi Lokgeet Narendra Singh Negi
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